बीते दिन कुन्नूर में हुए हेलिकॉप्टर क्रैश के बारे में बारीकी से बताने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह संसद पहुंचे। जहां उन्होंने बताया कि वेलिंग्टन में लैंड करने से ठीक सात मिनट पहले एयरबेस ने चॉपर से कान्टेक्ट खो दिया था। गौरतलब है कि उसी दौरान चॉपर क्रैश हो गया। जिसमें आग से झुलसने के कारण सीडीएस बिपिन रावत समेत कुल 13 लोगों की मौत हो गई।
संसद में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार सुबह सारी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बुधवार को दोपहर 12.15 पर हेलिकॉप्टर को वेलिंग्टन में लैंड करना था। सुलूर एयरबेस के ट्राफिक कंट्रोल ने लगभग 12.07 पर हेलिकॉप्टर से अपना कान्टेक्ट खो दिया। बाद में कुन्नूर के पास स्थानीय लोगों ने जंगल में आग की लपटों को देखा।
जब स्थानीय लोग भागकर पास पहुंचे तो वहां उन्होंने मिलिट्री हेलिकॉप्टर के अवशेषों को आग की लपटों से घिरा पाया। वहां से जितने लोगों का रेस्क्यू किया गया, उन सबको वेलिंग्टन के मिलिट्री अस्पताल पहुंचाया गया। एमआई-सीरीज के हेलिकॉप्टर में सीडीएस बिपिन रावत, उनकी पत्नी, रक्षा सहायक, सुरक्षा कमांडो और वायुसेना के पायलट समेत कुल 14 लोग सवार थे। जिनमें से केवल ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह बचे हैं। जिनका इलाज चल रहा है।
रक्षा मंत्री ने यह भी बताया कि एयरफोर्स के चीफ वीआर चौधरी बीते दिन ही घटनास्थल का जायजा लेने के लिए चले गए हैं। साथ ही घटना की जांच हेतु एयरफोर्स ने एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह की अध्यक्षता में टीम का गठन भी कर दिया गया है। माना जा रहा है कि विशेषज्ञों की टीम घटनास्थल पर क्रैश हुए हेलिकॉप्टर के परखच्चों व मलबे को इकठ्ठा करेगी। फिर उसे लाकर ऐसेंबल किया जाएगा। ताकि पूरी जांच पड़ताल की जा सके कि आखिर यह हादसा क्यों और कैसे हुआ।