नवरात्रि का छठवां शनिवार यानि आज है। देवी दुर्गा के छठे स्वरूप कात्यायिनी का दर्शन साधकों को सद्गति प्रदान करने वाला है। शारदीय नवरात्र की षष्ठी तिथि पर देवी के विशेष दर्शन पूजन का विधान है। देवी पुराण और स्कंद पुराण में भगवती के इस स्वरूप की महिमा का विस्तृत वर्णन किया गया है। कात्य गोत्र के महर्षि कात्यायन ने कठिन तपस्या करके भगवती परांबा को अपनी पुत्री के रूप में जन्म लेने का वरदान मांगा था। उनके घर में पुत्री रूप में जन्म लेने के कारण देवी का नाम कात्यायिनी पड़ा।
आज का शुभ रंग : पीला
मां कात्यायनी को हरित और बसंती रंग बहुत प्रिय है।
किस रंग के कपड़े पहनें-
भक्त पूजा के समय पीले या सफेद रंग के वस्त्र धारण करें।
नवरात्र के छठे दिन मां कात्यायनी की पूजा कुंवारी कन्याओं के लिए विशेष फलदायी है। उन्हें सुंदर घर और वर प्राप्त होता है।
आज के दिन का महत्व-
कात्यायन ऋषि के यहां जन्म लेने के कारण इनका नाम कात्यायनी पड़ा। इन्हें शत्रुहंता भी कहा जाता है। इनकी आराधना से आठों प्रकार की सिद्धि की प्राप्ति होती है।