केंद्र सरकार ने संसद के बजट सत्र से पहले आज (सोमवार) सर्वदलीय बैठक बुलाई है। यह बैठक दोपहर 12 बजे संसद भवन परिसर में होगी। आमतौर पर संसद के हर सत्र से पहले ऐसी बैठक होती है। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी, केंद्रीय मंत्री और संसद के दोनों सदनों का प्रतिनिधित्व करने वाले राजनीतिक दलों के फ्लोर नेता इसमें भाग लेंगे।
31 जनवरी को पेश होगी आर्थिक सर्वे रिपोर्ट
उल्लेखनीय है कि 31 जनवरी को आर्थिक सर्वे रिपोर्ट पेश होनी है। इससे पहले केंद्रीय संसदीय मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा था कि संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू होगा और 6 अप्रैल तक चलेगा।
66 दिनों में सामान्य अवकाश के साथ होंगी 27 बैठकें
उन्होंने बताया था कि इस दौरान 66 दिनों में सामान्य अवकाश के साथ 27 बैठकें होंगी। केंद्रीय संसदीय मामलों के मंत्री के मुताबिक अमृत काल के बीच राष्ट्रपति के अभिभाषण, केंद्रीय बजट और अन्य मदों पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा होगी। सत्र के दौरान 14 फरवरी से 12 मार्च तक अवकाश रहेगा। ऐसा इसलिए कि विभागों से संबंधित संसदीय स्थाई समितियां अनुदान मांगों की जांच कर रिपोर्ट तैयार कर सकें।
सर्वदलीय बैठक के बाद मीडिया को दी जाएगी जानकारी
वहीं केंद्रीय संसदीय मामले, कोयला और खान मंत्री प्रह्लाद जोशी संसद पुस्तकालय भवन, नई दिल्ली के कक्ष संख्या जी-074 में संसद में राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ बैठक के बाद मीडिया को इस संबंध में जानकारी देंगे।
संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से होगा शुरू
गौरतलब हो, बैठक में, सरकार सत्र के दौरान संसद के दोनों सदनों के सुचारू कामकाज को सुनिश्चित करने के लिए सभी राजनीतिक दलों से सहयोग मांगेगी। संसद का बजट सत्र इस महीने की 31 तारीख से शुरू होगा।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पहली बार संसद को करेंगी संबोधित
सत्र की शुरुआत सुबह 11 बजे सेंट्रल हॉल में लोकसभा और राज्यसभा दोनों की संयुक्त बैठक को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण से होगी। सत्र के पहले दिन दोनों सदनों में आर्थिक सर्वेक्षण भी पेश किया जाएगा। केंद्रीय बजट 2023-24 1 फरवरी को पेश किया जाएगा।
वित्त मंत्री पेश करेंगी बजट
उल्लेखनीय है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी 2023 को केंद्रीय बजट 2023-24 पेश करेंगी। संसद सत्र का पहला भाग 31 जनवरी से शुरू होगा और 13 फरवरी तक चलेगा। वहीं, 14 फरवरी से 12 मार्च तक अवकाश रहेगा। बजट सत्र का दूसरा हिस्सा 13 मार्च से 6 अप्रैल तक चलेगा। दूसरे चरण में संसद के दोनों सदनों में वित्त विधेयक पर चर्चा की जाएगी जिसके बाद विधेयक को दोनों सदनों से पास कराया जाएगा।